नवरात्रि पर मनसा देवी और चंडी देवी में भक्तों का सैलाब उमड़ा
हरिद्वार। नवरात्रि के पहले दिन धर्मनगरी हरिद्वार में मनसा देवी व चंडी देवी मंदिर में भक्तों का सैलाब उमड़ा।
धर्मनगरी नील पर्वत पर मां चंडी देवी का मंदिर है तो दूसरी और शिवालिक पर्वत माला पर मां मनसा देवी का मंदिर स्थित है। मां मनसा देवी मंदिर में भक्तों की भीड़ वैसे तो पूरे साल रहती है। नवरात्रि में यह भीड़ और ज्यादा बढ़ जाती है और नवरात्रि पर मनसा देवी मंदिर में सुबह से श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। इस पावन पर्व पर श्रद्धालुओं ने मंदिर में दर्शन कर सुख-समृद्धि की कामना की।
पौराणिक मान्यता के अनुसार मां मनसा का जन्म भगवान शिव की मानस पुत्री के रूप में हुआ। कुछ पुरातन ग्रंथ कहते हैं कि मनसा माता कश्यप ऋषि की पुत्री थी। मनसा माता को नागों के राजा नागराज वासुकी की बहन के रूप में भी जाना जाता है। मनसा का शाब्दिक अर्थ है मनोकामना होता है। जो भी श्रद्धालु सच्चे श्रद्धा भाव से मां मनसा की पूजा अर्चना करते हैं, मां उनकी सब मनोकामना पूर्ण करती हैं। जो भक्त मां के मंदिर मुराद लेकर आते हैं, वो मंदिर में स्थित पेड़ में धागा बांधते हैं और इच्छा पूर्ण होने पर धागा खोलने भी आते हैं।