1,सात जिलों मे संयुक्त मॉक ड्रिल से परखी तैयारियां
रिस्पांस टाइम सुधारने पर जोर
देहरादून। 30 अप्रैल से शुरू हो रही चार धाम यात्रा की तैयारियों को लेकर शासनकृप्रशासन अब पूरी तरह से चौकन्ना हो चुका है आपदा काल में किसी भी स्थिति से निपटने के लिए आज गढ़वाल मंडल के सभी सात जिलों में आपदा प्रबंधन विभाग ने मॉक ड्रिल के जरिए अपनी तैयारियों का परीक्षण किया।
राज्य आपदा प्रबंधन द्वारा इस मॉक ड्रिल का कार्यक्रम पहले से ही तय था जबकि माक ड्रिल में अमूमन ऐसा नहीं होता है। मॉक ड्रिल में आकस्मिक रूप से सूचनाओं को प्रसारित कर तैयारियों को परखा जाता है लेकिन इस मॉक ड्रिल का मुख्य उद्देश्य आपदा प्रबंधन से जुड़े सभी विभागों के आपसी समन्वय को परखना था। इस मॉक ड्रिल में पुलिस विभाग के अतिरिक्त एसडीआरएफ एनडीआरएफ तथा आईटीबीपी के अलावा स्वास्थ्य व अग्निशमन आदि विभागों ने भी भाग लिया।
हरिद्वार में आज हुई इस मॉक ड्रिल के समय हर की पैड़ी क्षेत्र में भगदड़ की सूचना फ्लैश की गई इस भगदड़ के दौरान जहां भीड़ में कुछ लोगों के दबने कुचलने के साथ कुछ लोगों के गंगा में डूबने की घटनाओं को लेकर तैयारियों को देखा गया जल पुलिस ने गंगा में डूबते लोगों को बचाया तथा भीड़ के दबाव में घायल और चोटिल हुए लोगों को मौके पर प्राथमिक इलाज देने तथा उन्हें एंबुलेंस के जरिए अस्पताल पहुंचाने का काम किया गया जिसका रिस्पांस टाइम संतोषजनक रहा। इसी तरह अन्य तमाम जगहों पर यात्री वाहनों के खाई में गिरने तथा अन्य तमाम तरह की घटनाओं को लेकर मॉक ड्रिल किया गया।
इस माक ड्रिल के बाद टीमों के रिस्पांस टाइम में और अधिक सुधार करने की जरूरत पर जोर देने की बात कही गई है। यात्रा के दौरान मार्ग अवरुद्ध होने तथा जाम जैसे हालात बनने और यात्रियों के मार्गों में फंसने की घटनाएं आमतौर पर हर बार यात्रा के दौरान देखी जाती है। जिनसे निपटने की पुख्ता तैयारी आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा की जा रही है।
रिस्पांस टाइम सुधारने पर जोर

देहरादून। 30 अप्रैल से शुरू हो रही चार धाम यात्रा की तैयारियों को लेकर शासनकृप्रशासन अब पूरी तरह से चौकन्ना हो चुका है आपदा काल में किसी भी स्थिति से निपटने के लिए आज गढ़वाल मंडल के सभी सात जिलों में आपदा प्रबंधन विभाग ने मॉक ड्रिल के जरिए अपनी तैयारियों का परीक्षण किया।
राज्य आपदा प्रबंधन द्वारा इस मॉक ड्रिल का कार्यक्रम पहले से ही तय था जबकि माक ड्रिल में अमूमन ऐसा नहीं होता है। मॉक ड्रिल में आकस्मिक रूप से सूचनाओं को प्रसारित कर तैयारियों को परखा जाता है लेकिन इस मॉक ड्रिल का मुख्य उद्देश्य आपदा प्रबंधन से जुड़े सभी विभागों के आपसी समन्वय को परखना था। इस मॉक ड्रिल में पुलिस विभाग के अतिरिक्त एसडीआरएफ एनडीआरएफ तथा आईटीबीपी के अलावा स्वास्थ्य व अग्निशमन आदि विभागों ने भी भाग लिया।
हरिद्वार में आज हुई इस मॉक ड्रिल के समय हर की पैड़ी क्षेत्र में भगदड़ की सूचना फ्लैश की गई इस भगदड़ के दौरान जहां भीड़ में कुछ लोगों के दबने कुचलने के साथ कुछ लोगों के गंगा में डूबने की घटनाओं को लेकर तैयारियों को देखा गया जल पुलिस ने गंगा में डूबते लोगों को बचाया तथा भीड़ के दबाव में घायल और चोटिल हुए लोगों को मौके पर प्राथमिक इलाज देने तथा उन्हें एंबुलेंस के जरिए अस्पताल पहुंचाने का काम किया गया जिसका रिस्पांस टाइम संतोषजनक रहा। इसी तरह अन्य तमाम जगहों पर यात्री वाहनों के खाई में गिरने तथा अन्य तमाम तरह की घटनाओं को लेकर मॉक ड्रिल किया गया।
इस माक ड्रिल के बाद टीमों के रिस्पांस टाइम में और अधिक सुधार करने की जरूरत पर जोर देने की बात कही गई है। यात्रा के दौरान मार्ग अवरुद्ध होने तथा जाम जैसे हालात बनने और यात्रियों के मार्गों में फंसने की घटनाएं आमतौर पर हर बार यात्रा के दौरान देखी जाती है। जिनसे निपटने की पुख्ता तैयारी आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा की जा रही है।
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फर्जी सीबीआई अफसर दोस्त सहित गिरफ्तार

अल्मोड़ा। पुलिस ने फर्जी सीबीआई अफसर समेत दो लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपी ने अपने दोस्त के साथ मिलकर एक बुजुर्ग को करीब पांच दिन तक डिजिटल अरेस्ट रखा था। इस दौरान आरोपियों ने पीड़िता से करीब 7 लाख 20 हजार की ठगी थी। पीड़ित ने इस मामले में लमगड़ा थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने आरोपी को मध्य प्रदेश से गिरफ्तार किया है।
पीड़ित जीवन सिंह मेहता ने पुलिस को इस मामले में तहरीर दी थी। उन्होंने पुलिस को बताया था कि आरोपियों ने 13 जनवरी 2025 से 17 जनवरी तक उनको डिजिटल अरेस्ट कर मनी लॉन्ड्रिंग केस में संलिप्त होने का डर दिखाकर 7 लाख 20 हजार रुपए की ठगी की थी।
पीड़ित के मुताबिक 13 जनवरी को उसे एक वीडियो कॉल आया था। कॉल करने वाले व्यक्ति ने खुद को सीबीआई अधिकारी बताते हुए कहा था कि मनी लॉन्ड्रिंग केस में उसके बैंक खाते और पैन कार्ड का इस्तेमाल किया गया है। इसी का डर दिखाकर आरोपियों ने जीवन सिंह मेहता को डिजिटल अरेस्ट किया. साथ ही कहा कि वो इस दौरान वीडियो कॉलिंग कट नहीं करेंगे और घर के किसी भी सदस्य को कुछ नहीं बताएंगे।
आरोपी ने जीवन सिंह मेहता को कहा कि उनका अकाउंट वेरीफाई करना होगा। इसीलिए जो भी पैसा उनके खाते में है। उसे वो उनके बताए खाते में डाले. वेरिफिकेशन के बाद उनका पैसा वापस कर दिया जाएगा। साथ ही आरोपी ने धमकी भी दी कि यदि जीवन सिंह मेहता ने उनके साथ कॉपरेट नहीं किया तो उनको गिरफ्तार भी किया जा सकता है। आरोपी ने जीवन सिंह मेहता को कहा था कि ये बहुत बड़ा मामला है। इसीलिए उनका एनकाउंटर भी हो सकता है।
इसी तरह डर कर जीवन सिंह मेहता ने तीन किस्तों में सात लाख बीस हजार रुपए आरोपियों के बताए खाते में ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद आरोपियों ने जीवन सिंह मेहता से और पैसे मांगे, लेकिन उन्होंने और पैसे देने में असमर्थता जता दी, जिसके बाद आरोपियों ने कहा कि कोई बात नही हम जांच कर रहे है। आपका पैसा जल्द वापस आ जाएगा।
काफी दिनों बाद भी जब जीवन सिंह मेहता का पैसा वापस नहीं आया तो उन्होंने आरोपी के नंबर पर कॉल किया, लेकिन वो नंबर बंद आ रहा था। इसके बाद जीवन सिंह मेहता को अपने साथ हुई ठगी का एहसास हुआ। ठगी के करीब एक महीने बाद जीवन सिंह मेहता ने लमगड़ा थाने पर तहरीर दी गई।
पुलिस ने भी मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू की। साथ ही आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीम का गठन किया गया। अल्मोड़ा एसएसपी देवेन्द्र पींचा के निर्देश पर टीम ने इस गिरोह के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानकारियां जुटाई। इसके बाद ही पुलिस ने 21 अप्रैल 2025 गिरोह के दो सदस्यों को 1200 किमी दूर खरगोन मध्य प्रदेश से गिरफ्तार किया।
आरोपियों का नाम संतोष गुर्जर (31 साल) और कपिल सोनी (49 साल) है। एसएसपी देवेन्द्र पींचा ने बताया कि डिजिटल अरेस्ट नाम की कोई चीज नहीं होती है। लोगों को जागरूक होना पड़ेगा, तभी इस तरह की घटनाएं रुकेगी। यदि किसी भी व्यक्ति के पास इस तरह का कॉल आए तो वो तुरंत पुलिस से संपर्क करें। एसएसपी देवेन्द्र पींचा के मुताबिक इस गिरोह के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।आगे पढ़ें
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केदारघाटी में पहलगाम आतंकी घटना के विरोध में पाकिस्तान का दहन किया पुतला

गुरुवार को केदारघाटी के गुप्तकाशी में पहलगाम में हुई घटना के विरोध में गौ रक्षा विभाग, भैरव सेना, बजरंग सेना संगठन रुद्रप्रयाग के अलावा केदारघाटी के स्थानीय लोगों और अन्य सामाजिक संगठनों ने जमकर विरोध प्रदर्शन करते हुए पाकिस्तान का पुतला दहन किया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने कहा कि आतंकवादियों ने इतने बड़े जघन्य अपराध को अंजाम दिया है। जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकता है। उन्होंने धर्म पूछकर निर्दाेश लोगों को गोलियां मारी है। यह एक कायराना हरकत है और किसी भी हाल में ऐसे कायर लोगों को बख्शा नहीं जाना चाहिए। शीघ्र ही घटना को अंजाम देने वाले आतंकवादियों और इसमें शामिल अन्य लोगों के खिलाफ कठोर कार्रवाई होनी चाहिए।
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि जो बाहरी समुदाय के लोग उत्तराखंड की चारधाम यात्रा में कारोबार या अन्य कार्य करने आ रहे हैं। उन पर भी पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगना चाहिए। इनका कुछ भरोसा नहीं है और यह किसी भी घटना को अंजाम दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि केदारघाटी में गैर हिंदुओं की तादाद बढ़ रही है। केदारनाथ धाम की यात्रा में रोजगार को लेकर गैर हिंदुओं की बढ़ती संख्या भविष्य के लिए बहुत बड़ा खतरा है। कुछ लोगों के गैर हिंदुओं को शरण देने से आज स्थिति खराब हो रही है।
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सिंधु जल संधि पर रोक, पाकिस्तान को करारा जवाब: धामी

देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल एवं निर्णायक नेतृत्व में हुई सीसीएस बैठक में आतंकवाद के खिलाफ लिए गए ऐतिहासिक और कठोर निर्णय पर अब कार्रवाई प्रारंभ हो चुकी है। इसी क्रम में भारत सरकार ने सिंधु जल संधि पर रोक लगाकर पाकिस्तान को करार जवाब दिया है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में उठाए गए ये साहसिक कदम न केवल आतंकवाद के खिलाफ भारत की ‘ज़ीरो टॉलरेंस’ नीति पर मुहर लगाते हैं, बल्कि इससे दुश्मनों को भी यह स्पष्ट संदेश गया है कि भारत हर एक आतंकी हमले का मुँहतोड़ जवाब देने का तैयार है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की सिंधु जल संधि पर रोक लगाकर साफ कर दिया है कि अब खून और पानी एक साथ नहीं बह सकते। इस निर्णायक फैसले से आतंक को पनाह और बढ़ावा देने वाले पाकिस्तान के मंसूबे चकनाचूर होंगे। इसी तरह अटारी बॉर्डर चेक पोस्ट को बंद करने सहित अन्य फैसलों से भी पाकिस्तान को कड़ा संदेश गया है।
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हाई अलर्ट पर उत्तराखंड,सीसीटीवी व ड्रोन से चुप्पे-चप्पे पर नजर
राज्य की सीमाओं पर सघन तलाशी अभियान
हाई अलर्ट पर उत्तराखंड,सीसीटीवी व ड्रोन से चुप्पे-चप्पे पर नजर
राज्य की सीमाओं पर सघन तलाशी अभियान
देहरादून। कश्मीर घाटी में चार धाम यात्रा शुरू होने से ऐन पूर्व हुए बड़े आतंकी हमले के मद्देनजर सूबे के पुलिस प्रशासन द्वारा यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है तथा सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये जा रहे है। डीजीपी दीपम सेठ का कहना है कि हमारीसु मंशा यह नही है कि यात्रियों को परेशान किया जाये। यात्रियों की सुरक्षा हमारी जिम्मेदारी है इसलिए कुछ कड़े फैसले लिये गये है।
चार धाम यात्रा की 30 अप्रैल से शुरुआत होने जा रही है। लेकिन यात्रा शुरू होने के 1 सप्ताह पूर्व पहलगाम में हुए बड़े आतंकी हमले के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक कड़ा कर दिया गया है। राज्य के बाहर से आने वाले सभी वाहन और यात्रियों की चेकिंग के लिए अभी से सघन चौकिंग अभियान शुरू कर दिया गया है हर यात्री को मांगे जाने पर अपना आईडी प्रूफ दिखाना होगा। अगर कोई संदिग्ध व्यक्ति या वस्तु दिखाई देती है तो इसके लिए क्विक रिस्पांस टीमों का गठन किया गया है।
सभी चारधाम यात्रा मार्गों पर सीसीटीवी कैमरे और द्रोण से नजर रखी जा रही है। चेकिंग के दौरान डॉग स्क्वॉड की भी मदद ली जा रही है। यात्रा मार्ग के सभी प्रमुख स्थलों पर विशेष नजर रखी जा रही है। पुलिस मुख्यालय द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार यात्रा के दौरान 15 द्रोण 6000 पुलिसकर्मी तथा 17 कंपनी पीएसी की तैनाती रहेगी जो चप्पेकृचप्पे पर नजर रखेगी। आईजी गढ़वाल के कार्यालय में एक सेंट्रलाइड कंट्रोल रूम भी स्थापित किया जाएगा जिसके माध्यम से सभी सूचनाओं का आदानकृप्रदान संभव होगा।
डीजीपी दीपम सेठ का कहना है कि पुलिस तथा एसडीआरएफ, एनडीआरएफ व आईटीबीपी के बीच बेहतर तालमेल बनाया गया है जिससे किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके। उन्होंने कहा कि कड़ी सुरक्षा व्यवस्था का उद्देश्य यात्रियों को परेशान करना नहीं उनको सुरक्षा प्रदान करना है जो हमारी जिम्मेवारी है।
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आगे पढ़ेंनशा मुक्ति केन्द्र में अधेड़ की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत,हत्या की आंशंका
देहरादून। प्रदेश की राजधानी देहरादून के मांडुवाला स्थित नशा मुक्ति केंद्र में युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। केंद्र संचालक पर गलत दवा देने का आरोप है। पुलिस ने मृतक के शव को कब्जे में लेकर आगे की कार्यवाही शुरू कर दी है। बताया यह भी जा रहा है कि दो दिन पूर्व उसका नशा मुक्ति केन्द्र में कुछ युवकों के साथ किसी बात को लेकर झगडा हुआ था। जिसके बाद उन युवकों ने मृतक पर हमला कर उसे मौत के घाट उतार दिया।
पुलिस के मुताबिक मांडुवाला में कर्मा नशामुक्ति केंद्र है। यहां यूपी से एक अधेड़ नशा छुड़वाने के लिए आया था। इसके बाद वह अपने घर वापस चला गया।
10-12 दिन पहले ही वह दोबारा नशामुक्ति केंद्र पहुंचा। गुरुवार सुबह केंद्र में तैनात कर्मियों ने उसे दवा दी, जिसके बाद उसकी तबीयत खराब हो गई और कुछ समय बाद ही उसने दम तोड़ दिया। घटना की सूचना पर प्रेमनगर थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने मृतक के शव को अपने कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है।
मृतक की पहचान अजय कुमार पुत्र बलजीत सिंह निवासी मकान नंबर 454 ग्राम जाहिदपुर हापुड़ रोड मेरठ उत्तर प्रदेश उम्र 52 वर्ष के रूप में हुई है। अजय कुमार आठ अप्रैल को मांडुवाला स्थित नशा मुक्ति केंद्र कर्मा वेलफेयर सोसाइटी में भर्ती हुआ था। वहीं सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अधेड की हत्या की गयी है। हत्या की इस वारदात को नशा मुक्ति केन्द्र में भर्ती पंजाब निवासी दो युवकों ने अंजाम दिया है। जिन्होने चम्मच से गोद कर अजय की हत्या कर दी। बताया जा रहा है कि मृतक अजय को उसके परिजनों द्वारा बीते 8 अप्रैल को ही नशा मुक्ति केन्द्र में भर्ती कराया गया था। पुलिस अब नशा मुक्ति केन्द्र संचालक से पूछताछ कर रही है। वहीं सूंत्रो का कहना है कि दो दिन पहले मृतक अजय का आरोपियों से झगड़ा हुआ था जिसमें अजय द्वारा आरोपियों को गाली दी गयी थी। जिससे गुस्साये आरोपियो ने हत्या की इस वारदात को अंजाम दे डाला है। बहरहाल पुलिस अब मौत के कारणों की जांच में जुटी हुई है।
गौरतलब है कि देहरादून के नशा मुक्ति केंद्रों को लेकर पूर्व में भी कई गंभीर आरोप और घटनाएं सामने आ चुकी हैं। जिनमें चंद्रबनी स्थित अराध्या फाउंडेशन में 24 वर्षीय सिद्धार्थ की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। शिमला बाइपास पर स्थित नई जिंदगी नशा मुक्ति केंद्र में सहारनपुर निवासी मुवाद अली की संदिग्ध स्थिति में मौत।. नेहरू कॉलोनी में लाइफ केयर फाउंडेशन रिहैब सेंटर में एक युवक की मौत के बाद संचालक समेत पांच लोगों के खिलाफ मारपीट और हत्या के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया था।लगातार घटनाओं के बाद सवाल उठ रहे हैं कि नशा मुक्ति केंद्रों की निगरानी और संचालन में कितनी लापरवाही बरती जा रही है।
चार धाम यात्रा की 30 अप्रैल से शुरुआत होने जा रही है। लेकिन यात्रा शुरू होने के 1 सप्ताह पूर्व पहलगाम में हुए बड़े आतंकी हमले के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक कड़ा कर दिया गया है। राज्य के बाहर से आने वाले सभी वाहन और यात्रियों की चेकिंग के लिए अभी से सघन चौकिंग अभियान शुरू कर दिया गया है हर यात्री को मांगे जाने पर अपना आईडी प्रूफ दिखाना होगा। अगर कोई संदिग्ध व्यक्ति या वस्तु दिखाई देती है तो इसके लिए क्विक रिस्पांस टीमों का गठन किया गया है।
सभी चारधाम यात्रा मार्गों पर सीसीटीवी कैमरे और द्रोण से नजर रखी जा रही है। चेकिंग के दौरान डॉग स्क्वॉड की भी मदद ली जा रही है। यात्रा मार्ग के सभी प्रमुख स्थलों पर विशेष नजर रखी जा रही है। पुलिस मुख्यालय द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार यात्रा के दौरान 15 द्रोण 6000 पुलिसकर्मी तथा 17 कंपनी पीएसी की तैनाती रहेगी जो चप्पेकृचप्पे पर नजर रखेगी। आईजी गढ़वाल के कार्यालय में एक सेंट्रलाइड कंट्रोल रूम भी स्थापित किया जाएगा जिसके माध्यम से सभी सूचनाओं का आदानकृप्रदान संभव होगा।
डीजीपी दीपम सेठ का कहना है कि पुलिस तथा एसडीआरएफ, एनडीआरएफ व आईटीबीपी के बीच बेहतर तालमेल बनाया गया है जिससे किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके। उन्होंने कहा कि कड़ी सुरक्षा व्यवस्था का उद्देश्य यात्रियों को परेशान करना नहीं उनको सुरक्षा प्रदान करना है जो हमारी जिम्मेवारी है।
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आगे पढ़ेंनशा मुक्ति केन्द्र में अधेड़ की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत,हत्या की आंशंका

देहरादून। प्रदेश की राजधानी देहरादून के मांडुवाला स्थित नशा मुक्ति केंद्र में युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। केंद्र संचालक पर गलत दवा देने का आरोप है। पुलिस ने मृतक के शव को कब्जे में लेकर आगे की कार्यवाही शुरू कर दी है। बताया यह भी जा रहा है कि दो दिन पूर्व उसका नशा मुक्ति केन्द्र में कुछ युवकों के साथ किसी बात को लेकर झगडा हुआ था। जिसके बाद उन युवकों ने मृतक पर हमला कर उसे मौत के घाट उतार दिया।
पुलिस के मुताबिक मांडुवाला में कर्मा नशामुक्ति केंद्र है। यहां यूपी से एक अधेड़ नशा छुड़वाने के लिए आया था। इसके बाद वह अपने घर वापस चला गया।
10-12 दिन पहले ही वह दोबारा नशामुक्ति केंद्र पहुंचा। गुरुवार सुबह केंद्र में तैनात कर्मियों ने उसे दवा दी, जिसके बाद उसकी तबीयत खराब हो गई और कुछ समय बाद ही उसने दम तोड़ दिया। घटना की सूचना पर प्रेमनगर थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने मृतक के शव को अपने कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है।
मृतक की पहचान अजय कुमार पुत्र बलजीत सिंह निवासी मकान नंबर 454 ग्राम जाहिदपुर हापुड़ रोड मेरठ उत्तर प्रदेश उम्र 52 वर्ष के रूप में हुई है। अजय कुमार आठ अप्रैल को मांडुवाला स्थित नशा मुक्ति केंद्र कर्मा वेलफेयर सोसाइटी में भर्ती हुआ था। वहीं सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अधेड की हत्या की गयी है। हत्या की इस वारदात को नशा मुक्ति केन्द्र में भर्ती पंजाब निवासी दो युवकों ने अंजाम दिया है। जिन्होने चम्मच से गोद कर अजय की हत्या कर दी। बताया जा रहा है कि मृतक अजय को उसके परिजनों द्वारा बीते 8 अप्रैल को ही नशा मुक्ति केन्द्र में भर्ती कराया गया था। पुलिस अब नशा मुक्ति केन्द्र संचालक से पूछताछ कर रही है। वहीं सूंत्रो का कहना है कि दो दिन पहले मृतक अजय का आरोपियों से झगड़ा हुआ था जिसमें अजय द्वारा आरोपियों को गाली दी गयी थी। जिससे गुस्साये आरोपियो ने हत्या की इस वारदात को अंजाम दे डाला है। बहरहाल पुलिस अब मौत के कारणों की जांच में जुटी हुई है।
गौरतलब है कि देहरादून के नशा मुक्ति केंद्रों को लेकर पूर्व में भी कई गंभीर आरोप और घटनाएं सामने आ चुकी हैं। जिनमें चंद्रबनी स्थित अराध्या फाउंडेशन में 24 वर्षीय सिद्धार्थ की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। शिमला बाइपास पर स्थित नई जिंदगी नशा मुक्ति केंद्र में सहारनपुर निवासी मुवाद अली की संदिग्ध स्थिति में मौत।. नेहरू कॉलोनी में लाइफ केयर फाउंडेशन रिहैब सेंटर में एक युवक की मौत के बाद संचालक समेत पांच लोगों के खिलाफ मारपीट और हत्या के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया था।लगातार घटनाओं के बाद सवाल उठ रहे हैं कि नशा मुक्ति केंद्रों की निगरानी और संचालन में कितनी लापरवाही बरती जा रही है।
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पहलगाम हमले के बाद पुलिस सक्रिय,सेना जैसी वर्दी बेचने वाले दुकानों पर छापेमारी
जुटाई जा रही हर तरह की जानकारी
देहरादून। पहलगाम में आतंकियों ने सुरक्षाबलों के जैसी वर्दी पहनकर घटना को अंजाम दिया था। जिसमें 26 पर्यटकों की जान गई थी। इसके बाद दून पुलिस सक्रिय हो गयी है। इस घटना के बाद ऐसी सभी दुकानें जहां आर्मी और अर्द्ध सैनिक बलों और अन्य सुरक्षा एजेंसियों से संबंधित वर्दी समेत अन्य सामानों की बिक्री की जाती हो, उनको चिन्हित कर उनकी सूची तैयार करने और ऐसे सभी दुकान मालिकों को बिना आईडी लिए किसी भी व्यक्ति को वर्दी या अन्य सामान की बिक्री न करने की हिदायत दी गई है।
इस मामले में पुलिस ऐसी दुकानों में खिलाफ अभियान चलाकर उनसे पूरी जानकारी ले रही है। एसएसपी अजय सिंह ने पुलिस को ऐसी दुकानों के खिलाफ अभियान चलाने के निर्देश दिए. जिसके बाद पुलिस दुकानों में पहुंची और जानकारी जुटाई। पहलगाम हमले के बाद अब पुलिस सख्त हो गई है। पुलिस की ओर से अलग-अलग थाना क्षेत्रों में ऐसे सभी दुकानों को चिन्हित करते हुए उनके संचालकों को बिना आईडी लिए किसी भी व्यक्ति को आर्मी और अर्द्ध सैनिक बलों समेत अन्य सुरक्षा एजेंसियों से संबंधित सामान की बिक्री न करने के निर्देश दिए गए हैं। इस दौरान निर्देशों का उल्लंघन करने पर उनके खिलाफ आवश्यक वैधानिक कार्रवाई करने की हिदायत भी दी जा रही है।
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पहलगाम हमले के बाद पुलिस सक्रिय,सेना जैसी वर्दी बेचने वाले दुकानों पर छापेमारी

जुटाई जा रही हर तरह की जानकारी
देहरादून। पहलगाम में आतंकियों ने सुरक्षाबलों के जैसी वर्दी पहनकर घटना को अंजाम दिया था। जिसमें 26 पर्यटकों की जान गई थी। इसके बाद दून पुलिस सक्रिय हो गयी है। इस घटना के बाद ऐसी सभी दुकानें जहां आर्मी और अर्द्ध सैनिक बलों और अन्य सुरक्षा एजेंसियों से संबंधित वर्दी समेत अन्य सामानों की बिक्री की जाती हो, उनको चिन्हित कर उनकी सूची तैयार करने और ऐसे सभी दुकान मालिकों को बिना आईडी लिए किसी भी व्यक्ति को वर्दी या अन्य सामान की बिक्री न करने की हिदायत दी गई है।
इस मामले में पुलिस ऐसी दुकानों में खिलाफ अभियान चलाकर उनसे पूरी जानकारी ले रही है। एसएसपी अजय सिंह ने पुलिस को ऐसी दुकानों के खिलाफ अभियान चलाने के निर्देश दिए. जिसके बाद पुलिस दुकानों में पहुंची और जानकारी जुटाई। पहलगाम हमले के बाद अब पुलिस सख्त हो गई है। पुलिस की ओर से अलग-अलग थाना क्षेत्रों में ऐसे सभी दुकानों को चिन्हित करते हुए उनके संचालकों को बिना आईडी लिए किसी भी व्यक्ति को आर्मी और अर्द्ध सैनिक बलों समेत अन्य सुरक्षा एजेंसियों से संबंधित सामान की बिक्री न करने के निर्देश दिए गए हैं। इस दौरान निर्देशों का उल्लंघन करने पर उनके खिलाफ आवश्यक वैधानिक कार्रवाई करने की हिदायत भी दी जा रही है।
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दून में कश्मीर छात्रों की सुरक्षा बढ़ाई

देहरादून। उत्तराखंड में भी पहलगाम आतंकी हमले के खिलाफ लोगों ने गुस्सा देखा जा रहा है। ऐसे में कुछ लोग शहर का माहौल खराब करने के लिए कश्मीर छात्रों को टारगेट कर सकते है। इसीलिए देहरादून एसएसपी अजय सिंह ने कश्मीर छात्रों की सुरक्षा बढ़ाने को कहा है। साथ ही चेतावनी भी दी है कि यदि किसी ने भी कश्मीर छात्रों को परेशान किया तो उनके खिलाफ एक्शन लिया जाएगा।
देहरादून के कई शिक्षण संस्थानों में कश्मीरी छात्र पढ़ते है। कई बार देखा जाता है कि इस तरह की घटनाओं को लेकर कई छात्र सोशल मीडिया पर कुछ पोस्ट कर देते है, जिससे हंगामा खड़ा हो जाता है। वहीं कुछ संगठन पहलगाम जैसे आतंकी हमले के बाद कश्मीरी छात्रों को परेशान भी करते है। उन्हीं तमाम बातों को ध्यान में रखते हुए देहरादून पुलिस अलर्ट हो गई है। कश्मीरी छात्रों की सुरक्षा बढ़ाई गई है। साथ ही देहरादून पुलिस की तरफ से कश्मीरी छात्रों से अपील की गई है कि वो कोई भी ऐसी पोस्ट या टिप्पणी सोशल मीडिया पर न डाले, जिससे इलाके का माहौल खराब हो या फिर उसमें कुछ आपत्तिजनक हो। इसके अलावा पुलिस ने तमाम लोगों और संगठनों से भी शांति बनाए रखने की अपील है। बुधवार को सोशल मीडिया मीडिया पर कई ऐसी पोस्ट की गई, जिनके जरिए दून में रहकर पढ़ाई कर रहे कश्मीरी छात्रों को यहां से वापस जाने की धमकी दी गई है। इस पोस्ट को लेकर देहरादून में चेतावनी जारी है। साथ ही कश्मीरी छात्रों की सुरक्षा बढ़ाई है।
देहरादून पुलिस का कहना है कि सभी छात्रों से लगातार संपर्क किया जा रहा है और ऐसा न हो कि इस घटना का फायदा उठाकर कुछ लोग माहौल खराब करने की कोशिश करें। लिहाजा सभी को संयम रखना होगा। यदि कोई छात्र या संगठन का सदस्य सोशल मीडिया पर गलत कमेंट करता है तो उसके खिलाफ पुलिस कार्रवाई करेंगी. आप उसकी जानकारी पुलिस को दे।
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आगे पढ़ेंज्वैलर्स की दुकान में चोरी की घटना को अंजाम देने वाले चार गिरफ्तार

चम्पावत। माँ पूर्णागिरी मेले में श्रद्धालुओं के रूप में टनकपुर आये चोर गिरोह ने ज्वैलर्स की दुकान में ग्राहक बनकर चोरी की घटना को अंजाम दे डाला। सूचना मिलने पर पुलिस ने त्वरित कार्यवाही करते हुए एक महिला सहित गैंग के चार सदस्यों को चुराये गये जेवरात सहित गिरफ्तार कर लिया है।
जानकारी के अनुसार बीती 19 अप्रैल को राजू गुप्ता पुत्र जय प्रकाश गुप्ता निवासी कार्की फार्म थाना टनकपुर जनपद चम्पावत द्वारा थाना टनकपुर में तहरीर देकर बताया गया कि 15 अप्रैल को सुबह 10.30 बजे उनकी दुकान प्रकाश ज्वैलर्स टनकपुर में कुछ लोग ग्राहक बनकर आये, जिनके द्वारा उनकी दुकान से 1 सोने की चेन, 1 जोड़ी सोने की बाली व 4 सोने के पैन्डल चोरी कर लिए गये है। मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर चोरों की तलाश शुरू कर दी गयी। जिन्हे एक सूचना के बाद बीती रात बिचई से मनिहारगोठ को जाने वाले अण्डरपास के पास से चोरी के माल व घटना में प्रयुक्त कार सहित गिरफ्तार कर लिया गया है। पूछताछ में उन्होने अपना नाम रोहिताश उर्फ बाबूलाल पुत्र शिवलाल निवासी ग्राम आर्यनगर तहसील हांसी जिला हिसार हरियाणा, जगत पुत्र गजराम सिंह निवासी खुदैना चौक पोस्ट बिजोरा तहसील हसपुर थाना हजरौला, जिला अमरोहा उत्तर प्रदेश, राजीव पुत्र भूकन सिंह निवासी मौहल्ला थाना व तहसील बिलारी जिला मुरादाबाद उत्तर प्रदेश व रजनी पत्नी किशन धुनै निवासी ग्राम विछलौता बाबूगढ़ छावनी, थाना बाबूगढ़ छावनी हापुड़ उत्तर प्रदेश बताया। पुलिस ने उन्हे न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया है।9
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खुलासाः पैसों के लालच में दोस्त ने ही की थी बाबू राम की हत्या

रुद्रपुर। जसपुर कोतवाली क्षेत्र में गला रेत कर हत्या के मामले में पुलिस ने एक युवक को गिरफ्तार किया है। आरोपी कोई और नहीं बल्कि, मृतक का दोस्त है। पैसों के लालच में आकर उसने गला रेत कर दोस्त की हत्या कर दी। आरोपी के पास हत्या में इस्तेमाल चाकू, मृतक का मोबाइल और खून से सने कपड़े बरामद हुए हैं। आरोपी को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है।
जानकारी के अनुसार बाबू राम की हत्या मामले में जसपुर कोतवाली पुलिस ने उसी के दोस्त को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के मुताबिक, बीती 22 अप्रैल की सुबह सूचना मिली थी कि बिजली घर के पास एक युवक का शव पड़ा हुआ है। सूचना पर जब पुलिस मौके पर पहुंची तो किसी धारदार हथियार से गला रेत कर हत्या होना पाया गया। जिसके बाद पुलिस ने शिनाख्त कराई तो उसकी पहचान बाबू राम सिंह (उम्र 38 वर्ष) निवासी जसपुर (यूएस नगर) के रूप में हुई। जिस पर घटना की जानकारी परिजनों को दी गई, फिर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। वहीं, मृतक के भाई महेंद्र सिंह की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर आरोपी की धरपकड़ के लिए पांच टीमों का गठन किया। जांच के दौरान जसपुर पुलिस के हाथ कई अहम सुराग लगे। घटना को अंजाम देने वाले संदिग्ध को चिह्नित करते हुए दबिश दी गई, लेकिन आरोपी घटना के बाद से फरार चल रहा था। इसी कड़ी 23 अप्रैल की रात जसपुर पुलिस ने आरोपी राजेश उर्फ राजा को भगवंतपुर तिराहे से गिरफ्तार किया।
पूछताछ में आरोपी ने बाबू राम की हत्या करना कबूल किया। आरोपी के कब्जे से पुलिस ने मृतक का फोन और उसके जेब से निकाले 4,780 रुपए बरामद हुए। आरोपी की निशानदेही पर मकान को खंगाला किया तो पता चला कि यह मकान आरोपी का ही है, जहां घटना को अंजाम दिया गया था।
मकान के अंदर चारपाई, फर्श, सीढ़ी, छत पर मृतक का खून लगा हुआ था। जबकि, आरोपी के खून से सने कपड़े, दरी और मृतक के जूते मकान के अंदर मिले। इसके अलावा हत्या में इस्तेमाल खून से सना हुआ धारदार चाकू भी आरोपी के मकान से बरामद हुआ। मौके पर फॉरेंसिक टीम को बुलाकर साक्ष्यों को कब्जे में लिया गया।
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पहलगाम नरसंहार अमानवीय कृत्यः मौलाना शराफत’
देहरादून। जमीअत उलमा-ए-हिंद के प्रदेश महा सचिव मौलाना शराफत अली क़ासमी ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले पर गहरा दुख और शोक व्यक्त किया है तथा इसकी कड़े शब्दों में निंदा की है।
मौलाना शराफत ने कहा कि 26 निर्दाेष पर्यटकों की नृशंस हत्या एक अमानवीय कृत्य है जिसे किसी धर्म से नहीं जोड़ा जा सकता। जो लोग इसे इस्लाम से जोड़ने की कोशिश कर रहे हैं, वह इस्लाम की सच्ची शिक्षाओं से अनभिज्ञ हैं। इस्लाम में, किसी निर्दाेष व्यक्ति की अकारण हत्या को समस्त मानवता की हत्या बताया गया है।
मौलाना शराफत अली ने कहा कि जमीअत उलमा-ए-हिंद प्रभावित परिवारों के दुख में बराबर की भागीदार है और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करती है। इस अवसर पर जमीअत उलमा-ए-हिंद सभी नागरिकों से हर स्थिति में शांति, भाईचारा और सहिष्णुता बनाए रखने की अपील करती है। ऐसी घटनाओं का उद्देश्य केवल भय, घृणा और सांप्रदायिकता को बढ़ावा देना होता है, जिसे रोकने के लिए हमें एकजुट होना होगा।