कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि यूसीसी में लिव-इन रिलेशनशिप प्रावधान उत्तराखंड की संस्कृति व गरिमा के खिलाफ है। कांग्रेस इसका पुरजोर विरोध करेगी। प्रदेशभर में दो माह तक आंदोलन चलाकर आम लोगों से लिव-इन के प्रावधानों पर राय मांगी जाएगी।
इसके लिए एक फार्म का प्रारूप तैयार किया है। इसे एकत्र कर ज्ञापन के माध्यम से राष्ट्रपति को भेजा जाएगा। साथ ही ऑनलाइन के माध्यम से लोग अपनी राय साझा कर सकेंगे। माहरा ने कहा कि यूसीसी के माध्यम से बाहरी लोगों को एक साल के लिव-इन पर राज्य का निवासी बनाने का षड्यंत्र है।वहीं मामले में वरिष्ठ अधिवक्ता विरेंद्र सिंह खुराना ने कहा कि यूसीसी उत्तराखंड की प्राथमिकता नहीं है। यह कानून बुनियादी सवालों से मुंह फेरने की कोशिश है। प्रदेश कांग्रेस मीडिया प्रभारी राजीव महर्षि ने कहा कि यूसीसी से भाजपा सरकार लोगों को अनावश्यक प्रक्रिया में उलझाकर बुनियादी सवालों से ध्यान भटकाने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार की ओछी राजनीति कतई बर्दाश्त नही करेगी।
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तीन करोड़ की साइबर ठगी में दो गिरफ्तार
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देहरादून। उत्तराखंड एसटीएफ ने करीब तीन करोड़ रुपए की साइबर ठगी के मामले में दो आरोपियों गिरफ्तार किया है। एसटीएफ ने दो आरोपियों के खिलाफ आगे की कार्यवाही शुरू कर दी है।
राजपुर थाना क्षेत्र के रहने वाले एक व्यक्ति ने सितंबर 2024 में साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन देहरादून में तीन करोड़ रुपए की ठगी का मामला दर्ज कराया था। पीड़ित ने अपनी शिकायत में बताया कि एक दिन में अलग-अलग मोबाइल नंबरों से संपर्क उन्हें व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ा गया था। इसी तरह के पीड़ित को स्टॉक ट्रेडिंग में निवेश करके अच्छा खासा मुनाफा कमाने का लालच दिया जाने लगा।
इसके बाद कम निवेश करके अधिक मुनाफा कमाने के दिए जा रहे प्रलोभनों के जाल में फंसाते हुए ग्रुप में दी गई। जानकारी के तहत एक लिंक के माध्यम से एक वेबसाइट और एप उपलब्ध कराई गई। उसके आधार कार्ड और पेन कार्ड आदि की फोटोकॉपी ली गई और वेबसाइट पर ही पीड़ित का एक खाता खोला गया।
आरोपियों ने पीड़ित को बताया कि उनके निवेश का जितना भी मुनाफा होगा, वह आपके खाते जमा होगा और आप खाते की डीटेल भी वेबसाइट पर ही देख सकते हो और विश्वास दिलाया गया कि स्टॉक मार्केट से आप अपना पैसा अपने खाते से निकाल सकते हैं। इसके बाद आरोपियों ने पीड़ित को विश्वास में लेकर और अपने प्रलोभन के जाल में फंसा कर अलग-अलग बैंक खातों में पैसा जमा करवाया।
वेबसाइट पर स्टॉक ट्रेडिंग निवेश से पीड़ित के खाते में मुनाफे की अच्छी खासी रकम दर्शायी गई। जिससे उसे विश्वास हो गया कि स्टॉक ट्रेडिंग से काफी मुनाफा हो रहा है। इसके बाद साइबर ठगों ने पीड़ित को विश्वास में लेकर ं पैसा लगाने का लालच दिया। यहां भी पीड़ित ने निवेश कर दिया।
कुछ समय बाद जब पीड़ित ने प्च्व् से रकम निकालने का प्रयास किया तो साइबर ठगों ने कहा कि आपका प्च्व् ओवरवेट हो गया है। आप रकम नहीं निकाल सकते. आपका खाता माइनस में चला गया है। इसके बाद आपको रुपये जमा कराने पड़ेगें। पीड़ित ने इतना सब कुछ होने के बाद आगे रकम देने से मना कर दिया। इसके बाद साइबर ठगों ने पीड़ित को फिर से विश्वास दिलाया कि उनके पूरे नुकसान की भरपाई की जाएगी। हालांकि बाद में रकम देने से साफ इंकार कर दिया। इस प्रकार साइबर ठगों ने पीड़ित के साथ 2,81,77,028 रुपये धोखाधडी को अंजाम दिया।
पीड़ित की तहरीर के आधार पर साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन देहरादून में अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। एसएसपी एसटीएफ नवनीत भुल्लर ने बताया कि मामले की जांच करते हुए जानकारी मिली कि आरोपियों ने ठगी गई रकम को अलग-अलग बैंक खातों में ट्रांसफर किया। बैंक खातों को जांचने पर पता चला कि आरोपियों ने इन बैंक खातों में फर्जी आईडी से लिये गये मोबाइल नंबरों को एसएमएस अलर्ट के रूप में रजिस्टर्ड किया गया था।
विवेचना के दौरान साइबर थाना पुलिस टीम ने जिला हैदराबाद राज्य तेलंगना जाकर आरोपियों की तलाश की और साइबर पुलिस टीम ने दो आरोपी सय्यद मन्नान और सय्यद अज़हर हुसैन को हैदराबाद से गिरफ्तार किया। आरोपियों के कब्जे से घटना में प्रयोग बैंक खाते का एसएमएस एलर्ट नंबर सहित तीन मोबाइल फोन, चार कार्ड और एक क्रैडिट कार्ड बरामद हुआ। गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ के दौराने एक अन्य आरोपी की जानकारी मिली है। जिसके सम्बन्ध में पता चला कि इस गैंग का एक अन्य सदस्य वर्तमान में सैण्ट्रल जेल बसोली गुरुग्राम हरियाणा में निरुद्ध है। आरोपी को जल्द ही वारण्ट बी पर उत्तराखण्ड राज्य लाया जायेगा।
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मृतक हत्या के मामले में जेल से कुछ दिन पूर्व ही छुट कर आया था।
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हरिद्वार। लापता युवक का रक्त रंजित शव जंगल में मिलने से सनसनी फैल गयी। सूचना मिलने पर पुलिस ने मौके पर पहुंच कर शव को कब्जे में ले लिया। युुवक की हत्या की आशंका जताई गई है। मृतक हत्या के आरोप में जेल गया था और कुछ दिनों पहले से बेल पर वापस आया था।
जानकारी के अनुसार मंगलौर कोतवाली क्षेत्र के झबीरन निवासी 26 वर्षीय अंकित कुमार पुत्र सैंसरपाल बीती शाम अपने घर से निकला था जब देर शाम तक वह वापस नहीं लौटा तो परिजनों ने फोन किया लेकिन उसका फोन बंद आया। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। शाम से ही पुलिस और परिजन उसकी तलाश में जुटे थे। आज सुबह गांव के ही जंगल में दौड़ लगाने गए युवकों ने लापता युवक का शव खेतों में पड़ा देखा। उनके द्वारा सूचना परिजनों और पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा वहीं पुलिस के अधिकारियों ने भी मौके का मुआयना किया। बताया गया है कि मरने वाला युवक जून 2024 में एक हत्या के आरोप में जेल गया था और नवंबर में जमानत के बाद घर आया था। वहीं मृतक के पिता ने पुलिस को अज्ञात हत्यारों के खिलाफ तहरीर दी है। इस संबंध में एसपी देहात शेखर चंद्र सुयाल का कहना है कि मामले में हर स्तर पर जांच की जा रही है तहरीर के आधार पर मामले में मुकदमा दर्ज कर आगे की कारवाई अमल में लाई जाएगी।
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उपनेता विपक्ष हथकड़ी और बेड़ी बांधे पहुंचे विधानसभा सभा
इन दिनों, अमेरिका में अवैध तरीके से रह रहे लोगों को अमानवीय तरीके से अमेरिकी प्रशासन द्वारा गिरफ्तार कर वापस भेजा जा रहा है। इनमें भारत सहित कई देशों के लोग है। यह मुद्दा अन्तर्राष्ट्रीय मीडिया की सुर्खियां बना हुआ है। अमेरिकी प्रशासन ने अवैध प्रवासियों को वापस भेजने के लिए बेहद अमानवीय तरीका अपनाया है। जंजीरों में जकड़कर इन लोगों को सैन्य विमानों से वापस भेजा रहा है। भारत समेत दुनिया भर में इस अमानवीयता का विरोध हो रहा है। वहीं हिन्दुस्तानियों की भी जंजीरों में जकड़ी हुई तस्वीरें सामने आई है। इस मुद्दे पर बजट सत्र के तीसरे दिन उपनेता प्रतिपक्ष भुवन कापड़ी ने खुद के हाथों और पैरों में बेड़ियां बांधकर अपना विरोध जताया है। कांग्रेसी विधायक कापड़ी ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी है।
आगे बढ़ेअदालत ने पूर्व विधायक ंकंुवर प्रणव की न्यायिक हिरासत 14 दिन और बढ़ाई
हरिद्वार। खानपुर विधायक उमेश कुमार के दफ्तर पर गोलीबारी करने के आरोपी पूर्व विधायक प्रणव सिंह की कोर्ट ने न्यायिक हिरासत 14 दिनों के लिए और बढ़ा दी है।
कुंवर प्रणव सिंह ने वकील गोपाल चतुर्वेदी ने बताया कि आज 20 फरवरी को हरिद्वार कोर्ट में कुंवर प्रणव सिंह की पेशी होनी थी। इस सुनवाई में उनकी हिरासत को लेकर फैसला होना था, लेकिन तबीयत खराब होने के कारण उनकी न्यायिक हिरासत को 14 दिन के लिए और बढ़ा दिया गया है।
बता दें कि 26 जनवरी शाम को पूर्व विधायक प्रणव सिंह अपने समर्थकों के साथ खानपुर विधायक उमेश कुमार के कार्यालय पर पहुंचे थे। आरोप है कि इस दौरान कंुवर प्रणव ने विधायक उमेश कुमार के स्टाफ के साथ मारपीट की और उनके कार्यालय पर कई राउंड फायरिंग भी की। इस घटना का वीडियो भी सामने आया था।
पुलिस ने कंुवर प्रणव को उसी दिन 26 जनवरी को देहरादून से गिरफ्तार किया था। इसके बाद 27 जनवरी को पुलिस ने प्रणव को हरिद्वार कोर्ट में पेश किया था। तभी से कुंवर प्रणव हरिद्वार जेल में बंद है। बीती 15 फरवरी को जेल में कंुवर प्रणव की तबीयत खराब हो गई थी। जिसके बाद पूर्व विधायक कुंुवर प्रणव को जिला हॉस्पिटल हरिद्वार में भर्ती कराया गया था। तभी से चौंपियन हॉस्पिटल में भर्ती है।
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तीन विशालकाय अजगर फिर पकड़े,लोगों में दहशत
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नैनीताल। रामनगर तराई पश्चिमी वन प्रभाग में अजगरों के निकलने का सिलसिला जारी है। दो दिन पहले यहां 175 किलो के अजगर का रेस्क्यू किया गया था तो वहीं गुरूवार को काशीपुर के धीमरखेड़ा क्षेत्र में वन विभाग ने ढाई कुंतल से अधिक वजन के तीन विशालकाय अजगरों का सफल रेस्क्यू किया है।
स्थानीय लोगों की सूचना पर पहुंचे रेस्क्यू विशेषज्ञ तालिब हुसैन ने बताया कि इनमें दो नर और एक मादा अजगर शामिल हैं। वन विभाग ने इन्हें सुरक्षित जंगल में छोड़ने की प्रक्रिया शुरू कर दी है, जबकि क्षेत्र में दहशत का माहौल बना हुआ है। रामनगर तराई पश्चिमी के मैदानी क्षेत्रों में अजगरों के निकलने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। बीते दो दिनों में यह दूसरी बड़ी घटना है। जब वन विभाग को विशालकाय अजगरों को रेस्क्यू करना पड़ा। गुरूवार को काशीपुर के धीमरखेड़ा क्षेत्र में तीन भारी-भरकम अजगरों का सफलतापूर्वक रेस्क्यू किया गया। जिनका कुल वजन 2.5 कुंतल से अधिक बताया जा रहा है।
सांपों के रेस्क्यू में माहिर तालिब हुसैन ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि एक अजगर आबादी क्षेत्र में घुस आया है। जब वे मौके पर पहुंचे तो वहां एक नहीं बल्कि तीन विशाल अजगर मौजूद थे। उन्होंने बताया कि इनमें दो नर और एक मादा थी। तीनों अजगरों को सुरक्षित पकड़कर जंगल में छोड़ा जाएगा।एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी की हत्या के बाद किया आत्महत्या का प्रयास
घर में मचा कोहराम
कोटद्वार। रिखणीखाल थाना क्षेत्र में एक व्यक्ति ने देर रात पत्नी की गला दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद खुद की भी जान लेने की कोशिश की। आरोपी घायल पति का अस्पताल में उपचार किया जा रहा है। मृतका के शव का पंचनामा भरकर आगे की कार्यवाही शुरू कर दी गयी है।
जानकारी के अनुसार रिखणीखाल थाना क्षेत्र के गांव धामधार निवासी मनोज रावत (40) पुत्र केसर सिंह अपनी पत्नी शशि (30) पुत्री सतपाल सिंह रावत, निवासी कुमाल्डी, रिखणीखाल के साथ कोटद्वार में जल निगम स्टोर के पास किराए के मकान में रह रहा था। बीतेी देर रात पति-पत्नी के बीच कहासुनी हुई। देर रात मनोज ने पत्नी की गला दबाकर हत्या कर दी और अपनी जान देने के लिए चाकू से गला व दोनों हाथों की नसों को काट लिया। एंबुलेंस से मनोज और शशि को बेस अस्पताल लाया गया। चिकित्सक ने शशि को मृत घोषित कर दिया। वहीं मनोज को अस्पताल में भर्ती कर उपचार दिया गया। घटना की सूचना मिलने पर रिखणीखाल के गांव कुमाल्डी से मृतका शशि के परिजन अस्पताल पहुंचे। बेटी की मौत से जहां परिजनों में कोहराम मचा था, वहीं घटना को लेकर उनमें काफी गुस्सा भी था।
.तहसीलदार साक्षी उपाध्याय ने अस्पताल पहुंचकर घायल मनोज रावत के बयान दर्ज किए। अस्पताल में इस बात को लेकर चर्चा थी कि मनोज ने तनाव में इस घटना को अंजाम दिया। वह पुलिस, अस्पताल कर्मियों और परिजनों से बार-बार पत्नी के बारे में पूछता रहा। हरियाणा पुलिस में उपनिरीक्षक पद से वर्ष 2023 में सेवानिवृत हुए मृतका शशि के पिता सतपाल सिंह रावत ने बताया कि उन्होंने 2013 में पुत्री की शादी मनोज रावत से की थी। तब मनोज होटल मैनेजमेंट से जुड़ी जॉब करता था। कुछ दिन सब कुछ ठीक-ठाक चलने के बाद वह शशि को परेशान करने लगा था। सतपाल सिंह ने बताया कि उनके दो बच्चे होने के बाद परिवार को संभालने के लिए आर्थिक और मानसिक रूप से समय-समय पर मदद करता रहा। यहां तक कि कोरोनाकाल के बाद लाखों रुपये खर्च कर दामाद मनोज को होटल के क्षेत्र में नौकरी करने के लिए जर्मनी भी भेजा था। जहां से वह 6 महीने बाद ही वापस लौट आया और तब से वह पत्नी शशि को ज्यादा परेशान करने लगा था।
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आपदाओं से बचाव के लिए व्यापक जनजागरूकता जरूरीः सीएम
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देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को यूएसडीएमए के नव वर्ष 2025 के कैलेंडर (वॉल तथा टेबल टॉप) का विमोचन किया। उन्होंने चम्पावत, रुद्रप्रयाग, चमोली और ऊधमसिंहनगर जनपद के लिए सीएसआर मद में प्राप्त 04 पिकअप वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना भी किया। इन वाहनों में टैंट, स्लीपिंग बैग, लीफलेट तथा कैलेण्डर रवाना किए गए। इन फॉर बाय फॉर पिक अप वाहनों में 01-01 मिनी जनरेटर, 15 स्लीपिंग बैग एवं 70 टैंट तथा आकाशीय बिजली से बचाव हेतु 9500 लीफलेट एवं 40-40 नव वर्ष कैलेण्डर उपरोक्त प्रत्येक जनपद को भेजे गए। यह वाहन तथा अन्य उपकरण जनपदों में आपदा के दौरान राहत और बचाव कार्यों के लिए उपयोगी साबित होंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा आपदाओं का सामना करने के लिए जनजागरूकता बहुत जरूरी है। जागरूकता, सजगता और सतकर्ता से आपदा से नुकसान को काफी कम किया जा सकता है। यदि लोग आपदाओं के प्रकार, उनके प्रभाव और सुरक्षा उपायों के बारे में जागरूक होंगे, तो वे अपनी और दूसरों की जान बचाने के लिए सही कदम उठा सकेंगे।मुख्यमंत्री द्वारा यूएसडीएमए को नव वर्ष कैलेण्डर में ऋतु अनुसार विभिन्न आपदाओं से बचाव के लिए जागरूकता सामग्री प्रकाशित किए जाने के निर्देश दिए गए थे। उनके निर्देश पर उत्तराखण्ड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा विभिन्न माध्यमों से आपदाओं से बचाव के लिए जागरूकता संदेशों तथा सामग्री का प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। सोशल मीडिया के माध्यम से नियमित तौर पर आपदाओं से सुरक्षा संबंधी पोस्ट, एनीमेटेड वीडियोज को प्रसारित किया जा रहा है। विभिन्न आपदाओं से बचाव हेतु जन सामान्य को किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए तथा क्या-क्या एहतियात बरतने चाहिए, इन्हें लेकर लीफलेट्स मुद्रित किए गए हैं। मुख्यमंत्री के निर्देश पर राज्य के स्कूलों में प्राथमिक स्तर से ही पाठ्यक्रम में आपदा प्रबंधन विषय को शामिल किये जाने के अनुपालन में यूएसडीएमए के स्तर पर एक कमेटी गठित की गई है। बच्चे यदि आपदाओं के प्रति जागरूक रहेंगे तो यह न केवल उनकी व्यक्तिगत सुरक्षा सुनिश्चित करेगा बल्कि उन्हें समाज में एक ज़िम्मेदार नागरिक के रूप में तैयार करेगा। छोटी उम्र से ही अगर बच्चे भूकंप, बाढ़, तूफान, भूस्खलन, सड़क दुर्घटनाओं जैसी आपदाओं के बारे में सीखेंगे, तो वे आपातकालीन स्थितियों में घबराने के बजाय सही और त्वरित निर्णय ले सकेंगे।
सचिव आपदा प्रबन्धन एवं पुनर्वास विनोद कुमार सुमन ने कहा कि यूएसडीएमए समुदायों को जागरूक करने की दिशा में भी प्रयासरत है। स्थानीय लोग ही फर्स्ट रिस्पांडर्स के तौर पर सबसे पहले किसी भी आपदा का सामना करते हैं। यदि आपदा संभावित क्षेत्र में स्थानीय लोग विभिन्न आपदाओं के प्रति जागरूक और उनके बचाव के उपायों के बारे में शिक्षित होंगे, तो वे संकट की घड़ी में एक-दूसरे की सहायता कर सकते हैं।यूएसडीएमए द्वारा आपदा मित्रों की तरह ही आपदा सखी बनाने की दिशा में भी प्रयास किए जा रहे हैं। वहीं राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र से समय पर आम जनमानस को अलर्ट भेजे जा रहे हैं ताकि लोगों को सचेत किया जा सके। विभिन्न आपदाओं से बचाव के लिए यूएसडीएमए द्वारा समस्त जनपदों तथा जन सामान्य के लिए एडवाइजरी भी जारी की जा रही हैं।
इस अवसर पर यूएसडीएमए के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रशासन आनन्द स्वरूप, अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी क्रियान्वयन डीआईजी राजकुमार नेगी, अपर सचिव श्री महावीर सिंह चौहान, संयुक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी मो0 ओबैदुल्लाह अंसारी आदि मौजूद थे।
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जौनसार बावर के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी से ठंड में इजाफा
विकासनगर। मौसम विभाग के पूर्वअनुमानुसार उत्तराखण्ड में देर रात से ही बारिश का सिलसिला जारी है। दून के जनजातीय क्षेत्र जौनसार बावर के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में फरवरी महीने में एक बार फिर बर्फबारी हुई है। बर्फबारी से जहां ठंड मे इजाफा हुआ है,।
जौनसार बावर के चकराता लोखंडी, मोइला टॉप, कुनैन आदि ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी होने से पर्वत श्रृंखला चांदी की चादर ओढ़े हुए नजर आ रही हैं। बर्फबारी से किसानों के चेहरों पर मुस्कान है। इन दिनों मटर की कई हेक्टेयर फसल खेतों में खड़ी है। फसलों में फुलवारी के साथ साथ अच्छी फसल होने की उम्मीद जताई जा रही है। वहीं बर्फबारी होने से सैलानियों का रुख एक बार फिर से जौनसार बावर के ऊंचाई वाले क्षेत्रों की ओर बढ़ा है.। टूरिस्ट बर्फबारी का दीदार करने पहुंच रहे हैं। जिससे स्थानीय होटल व्यवसाय से जुड़े कारोबारियों सहित अन्य दुकानदारों के रोजगार में भी इजाफा देखने को मिल सकता है।