मिली जानकारी के अनुसार बृहस्पतिवार को दिल्ली से बागेश्वर की ओर जा रही रोडवेज की एक बस माल रोड पर खराब हो गई। बस को आईएसबीटी के वर्कशॉप तक पहुंचाने के लिए डिपो की ओर एक चालक मौके पर भेजा गया। चालक बस को लेकर वर्कशॉप के पास पहुंचा तो उसने पहले बस को आईएसबीटी गेट से टकरा दिया। बाद में अंदर खड़ी चार पांच बसों पर भी जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भयानक थी कि एक बस के पीछे सफाई कर रहा सफाई कर्मचारी विकास उर्फ विक्की (36) पुत्र स्व. शिवचरण निवासी वाल्मीकी बस्ती उसी बस के टायर के नीचे आ गया। इससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। हादसे के बाद आरोपी बस चालक मौके से फरार हो गया।घटना की जानकारी मिलने के बाद मौके पर भीड़ एकत्र हो गई। पुलिस ने सफाई कर्मचारी के शव को बस के नीचे से बाहर निकाला। पुलिस आरोपी चालक को तलाश कर रही है।
आगे पढ़ेंभटक कर भारत आयी दो नाबालिगों को किया नेपाल पुलिस के सुपुर्द
चम्पावत। नेपाल से भटक कर भारत आयी दो नाबालिगों को पुलिस ने ’नेपाल थ्रीकृएंजिल्स संस्था व गड्ढा चैकी नेपाल पुलिस की सुपुर्दगी में दे दिया है। पुलिस के इस कार्य की स्थानीय लोगों द्वारा भूरीकृभूरी प्रशंसा की गयी है।
जानकारी के अनुसार बीते रोज थाना बनबसा पुलिस को सूचना मिल कि 2 नाबालिग लड़कियां काफी समय से शारदा बैराज के आसपास घूम रही हैं जो काफी परेशान नजर आ रही हैं। सूचना पर कार्यवाही करते हुए पुलिस ने चैकी शारदा बैराज में लगे सीसीटीवी कैमरे चैक किए गए तो दोनो लड़कियां चैकी क्षेत्र में घूमती हुई नजर आई। जिन्हें शारदा चैकी पुलिस द्वारा सकुशल बरामद कर चैकी शारदा बैराज लाया। दोनों बालिकाओं से पूछताछ करने पर उनके द्वारा बताया कि वह नेपाल राष्ट्र के बॉर्डर क्षेत्र गांव चांदनी दुधारा की रहने वाली हैं। दोनों की उम्र लगभग 15 वर्ष के आसपास है। आज गलती से पहली बार भारत राष्ट्र में आ गई थी और रास्ता भूल गई थी। इस पर चैकी शारदा बैराज पुलिस द्वारा उक्त दोनो बालिकाओं को सकुशल घर उनके घर पहुंचाये जाने हेतु नेपाल राष्ट्र में सक्रिय संस्था थ्रीकृएंजिल्स से एवं गड्ढा चैकी नेपाल पुलिस से संपर्क किया गया। कुछ समय बाद उक्त संस्था के सदस्य व नेपाल पुलिस के द्वारा चैकी शारदा बैराज उपस्थित आने पर दोनों नाबालिक बालिकाओं को पूर्ण तस्दीक के उपरान्त ’नेपाल थ्रीकृएंजिल्स संस्था व गड्ढा चैकी नेपाल पुलिस के सुपूर्द किया गया है।
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मानसून खत्म होते ही उत्तराखंड में गड्ढा मुक्त होंगी सड़केंःसीएम धामी
देहरादून। उत्तराखंड में भारी बारिश के चलते ज्यादातर सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई है. ऐसे में सड़कों को दुरुस्त करना सरकार के लिए बड़ी चुनौती है। इसी कड़ी में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शासकीय आवास पर उच्चाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। इस दौरान सीएम धामी ने मानसून सीजन खत्म होते ही एक महीने के भीतर सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के निर्देश दिए हैं।
साथ ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को 22 जुलाई से शुरू होने जा रही कांवड़ यात्रा से संबंधित सभी तैयारियां समय से पूरा करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही घाटों की साफ सफाई और कांवड़ियों के लिए पेयजल समेत अन्य व्यवस्थाओं को बेहतर करने पर विशेष ध्यान देने को कहा है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि पर्वतीय क्षेत्रों में बेयरिंग कैपेसिटी के अनुसार ही निर्माण कार्यों को अनुमति दी जाए। साथ ही पर्यटक स्थलों पर खाली पड़े जगह पर पार्किंग निर्माण कराया जाए। ताकि, पर्यटक स्थलों पर आने वाले पर्यटकों को पार्किंग की समस्या से दो चार न होना पड़े। प्रदेश में मौजूद जिन भी सरकारी गेस्ट हाउस की स्थिति ठीक नहीं है, उन सभी गेस्ट हाउस को चिन्हित कर उसको व्यवस्थित किया जाए। ताकि, ज्यादा से ज्यादा पर्यटक सरकारी गेस्ट हाउस का इस्तेमाल करें। उत्तराखंड सरकार ने जीएसटी बढ़ाई जाने को लेकर बिल लाओ इनाम पाओ योजना को शुरू किया था। जिसके चलते जीएसटी कलेक्शन काफी ज्यादा बढ़ गया था, लेकिन इस योजना के समाप्त होने के बाद भी जीएसटी कलेक्शन पर फर्क पड़ना शुरू हो गया है। जिसके चलते सीएम पुष्कर धामी ने अधिकारियों को जीएसटी चोरी को रोकने और कलेक्शन को बढ़ाने के लिए बड़े स्तर पर अभियान चलाने को कहा है। साथ ही डिजिटल पेमेंट को ज्यादा से ज्यादा बढ़ावा देने के निर्देश दिए। ताकि, जीएसटी चोरी पर लगाम लगाई जा सके।
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देहरादून। उत्तराखंड में ऐसी कई घरों में चोरी या बड़ी लूट की घटनाएं सामने आई हैं। जिनमंे बाहर से आकर छोटे मोटे काम करने के दौरान क्षेत्रों की गयी रेकी कर अपनाधिक धटनाओं को अंजाम दिया गया है। कई मामलों में देखा गया है कि अपराध करने से पहले अपराधी ठेली-फेरी लगाकर क्षेत्र की रैकी करते हैं और फिर अपराधिक घटनाओं को अंजाम देते हैं। अब उत्तराखंड सरकार ने प्रदेश के हर जिले में फेरी-ठेली लगाने वालों का सत्यापन करना अनिवार्य कर दिया है।
उत्तराखंड में अन्य प्रदेशों सेे कई लोग रोजगार की तलाश में यहां पर आते हैं। खासकर हरिद्वार, ऋषिकेश नैनीताल, देहरादून, मसूरी और चारधाम जैसे क्षेत्रों में इनकी संख्या बेहद अधिक है। छोटी-छोटी दुकानों को लगाकर अपना रोजगार चलने वाले यह लोग कम समय के लिए यहां पर आते हैं और कई ऐसे भी हैं, जिन्होंने अब अपना ठिकाना यहीं पर बना लिया है। कई बार कुछ अपराधी किस्म के लोग अपराध भी करते हैं। ऐसे में अब उत्तराखंड सरकार ने ऐसे लोगों पर नकेल करने के लिए सभी का सत्यापन करना अनिवार्य कर दिया है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशों पर इस संबंध में शहरी विकास निदेशालय की ओर से राज्य के सभी नगर आयुक्त और अधिशासी अधिकारियों को पत्र जारी किया गया है। जिसमें फेरी- ठेला वालों का विवरण जुटाने और पहचान पत्र जारी कर इन्हें अनिवार्य रूप से ठेली/फड़ पर प्रदर्शित करने के निर्देश दिए हैं। पहचान पत्र में फेरी व्यवसायी का कोड, नाम, पता और फोटो अंकित करने के भी निर्देश दिए गए हैं। पत्र में स्पष्ट रूप से निर्देशित किया गया है कि नगर के समस्त फेरी व्यवसायियों को फेरी-ठेली वालों को पहचान पत्र जारी कर अनिवार्य रूप से इसे प्रदर्शित करना होगा।
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शिक्षा मंत्री आवास पर प्रदर्शन कर रहे एनएसयूआई कार्यकर्ता गिरफ्तार
देहरादून। अपनी चार सूत्री मांगों को लेकर शिक्षा मंत्री आवास के पास प्रदर्शन कर रहे दो दर्जन एनएसयूआई कार्यकर्ताओं को पुलिस ने गिरफ्तार किया।
गुरूवार को अपने पूर्व नियोजित कार्यक्रम के तहत एनएसयूआई कार्यकर्ता प्रदेश अध्यक्ष विकास नेगी के नेतृत्व में यमुना कालोनी के पास एकत्रित हुए जहां से उन्होंने शिक्षा मंत्री धनसिंह रावत के आवास के लिए कूच किया। जहां पर पुलिस ने बैरकेडिंग लगाकर उनको रोक दिया। इस दौरान पुलिस व एनएसयूआई कार्यकर्ताओं के बीच तीखी नोंक झोंक हुई। एनएसयूआई कार्यकर्ताओं की मांग थी कि एनटीए को बैन किया जाये तथा देहरादून में एक सरकारी विश्वविघालय खोला जाये। उन्होंने कहा कि प्रदेश में शिक्षा का बाजारीकरण बन्द किया जाये तथा प्रदेश के सभी महाविघालयों में शिक्षकों की पूर्ति हो। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि उनकी यह मांगे शीघ्र पूरी नहीं हुई तो एनएसयूआई प्रदेश भर में आंदोलन करने के लिए बाध्य होगी। प्रदर्शन के पश्चात पुलिस ने दो दर्जन एनएसयूआई कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया।
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लूट की वारदातों को अन्जाम देने वाले दिल्ली के तीन शातिर गिरफ्तार
हरिद्वार। जनपद के कई क्षेत्रों में सोने के आभूषणों की लूट को अंजाम देने वाले दिल्ली के तीन शातिर टप्पेबाजों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उनके कब्जे से दो स्पोर्ट्स बाइक और लूटे गए सोने के आभूषण भी बरामद हुए है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेंद्र डोबाल ने बताया कि 15 जुलाई को रानीपुर मोड़ के पास कनखल निवासी मीना सैनी के गले से सोने के आभूषण लूटकर बाइक सवार दो लुटेरे फरार हो गए थे। इस घटना के कुछ मिनट बाद लुटेरों ने कनखल क्षेत्र में एक गर्भवती महिला के साथ भी लूट की घटना को अंजमा दिया।
एसएसपी ने बताया कि सोने के आभूषणों के लुटेरों की धरपकड़ के लिए सीओ ज्वालापुर शांतनु पराशर के नेतृत्व में पुलिस टीमें गठित की गई थी। सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालने के बाद पुलिस ने तकनीकी और मुखबिर तंत्र की मदद से तीन शातिर लुटेरों को हरिद्वार के इंडस्ट्रियल एरिया से गिरफ्तार किया है। पूछताछ में पता चला कि घटना में इस्तेमाल की गई दोनों स्पोर्ट्स बाइक दिल्ली से चोरी की गई है। तीनों शातिर लुटेरे हरिद्वार में ही डेरा डालकर कई घटनाओं का अंजाम देने के इरादे से यहां पहुंचे थे। एसएसपी ने बताया कि इस लूटेरे गैंग का सरगना प्रतीक झा उर्फ लव और इसके अन्य दो साथी बचपन से ही नशे के आदि होने के कारण गिरोह के तीनों आरोपी अय्याशी के लिए लूट और बाइक चोरी करते हैं। तीनों के खिलाफ दिल्ली के अलग-अलग पुलिस स्टेशन में दर्जनों मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस ने बताया कि तीनों लूट के सामान के साथ दिल्ली भागने की फिराक में थे।
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एसओजी ने पकड़ा 60 टिन लीसा, तस्कर गिरफ्तार
अल्मोड़ा। रानीखेत पुलिस एवं एसओजी की टीम ने 60 टिन जीसा के साथ एक तस्कर को गिरफ्तार किया है। तस्करी में लिप्त पिकअप वाहन को सीज कर दिया है। पुलिस ने तस्कर के खिलाफ संबधित धाराओं में मामला दर्ज कर आगे की कार्यवाही शुरू कर दी है।
एसओजी और रानीखेत पुलिस की संयुक्त टीम ने रानीखेत के निकट मजखाली में तलाशी अभियान चलाया। इस दौरान आ रहे एक पिकअप वाहन को रोक कर तलाशी की गई तो पाया कि पिकअप में एक केबिन बनाकर उसमें टिन रखे हुए हैं। टिन की तलाश लेने पर पता चला कि टिनों में लीसा भरा हुआ है। पुलिस टीम ने तुरंत पिकअप को कब्जे में लेकर वाहन चालक बहादुर सिंह बोरा को गिरफ्तार कर लिया। वहीं वाहन को सीज कर दिया गया। तस्कर के खिलाफ मामला दर्ज कर कार्यवाही की जा रही है।
आगे पढ़ें जंगली मशरूम खाने से आठ लोग बिमार
पौड़ी। जंगली मशरूम कई बार जानलेवा साबित होते हैं किन्तु फिर भी ग्रामीण अंचलों के लोग इसकी सब्जी का उपयोग करते रहे है। जिले के बीरोंखाल में जंगली मशरूम खाने से आठ मजदूर बीमार पड़ गए। सभी को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बीरोंखाल में भर्ती कराया गया है।
मिली जानकारी के अनुसार, फरसाड़ी बाजार में रह रहे आठ मजदूरों ने मशरूम की सब्जी खाई थी। जिसे खाने के कुछ ही देर बाद वह बीमार पड़ने लगे। सभी को आस पड़ोस के लोगों ने अस्पताल पहुंचाया।सीएचसी प्रभारी डा. शैलेंद्र रावत ने मजदूरों के जंगली मशरूम खाने से बीमार होने की पुष्टि की है। सभी मजदूरों का अभी इलाज चल रहा है। हालांकि, सभी खतरे से बाहर बताए जा रहे हैं।
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खाई में गिरी कार,एक ही परिवार के दो लोगों की मौत,चार घायल
रुद्रप्रयाग। गुरुवार सुबह डूंगरी मोटरमार्ग पर एक कार खाई में गिर गई। हादसे में एक ही परिवार के दो लोगों की मौत हो गई। वहीं, चार लोग घायल हुए हैं। मौके पर पहंुची रेस्क्यू टीम ने सभी को खाई से बाहर निकाला। मृतकों के शवों का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। जबकि घायलों का उपचार किया जा रहा है।
मिली जानकारी के अनुसार सुबह करीब छह बजे ग्राम डूंगरी से परिवार कार में सवार हो रुद्रप्रयाग के लिए निकला था। इस दौरान डूंगरी मार्ग पर उनकी कार अनियंत्रित होकर खाई मंे जा गिरी। आसपास के लोगों ने इस हादसे की सूचना एसडीआरएफ को दी। मौके पर पहुंची एसडीआरएफ की टीम ने खाई में जाकर देखा तो दो लोगों की मौत हो चुकी थी। हादसे में कलपेश्वरी(58) पत्नी बुद्धि लाल और आरती(24) पुत्री जितपाल की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं, जितपाल(50) पुत्र बुद्धि लाल, बुद्धि लाल(70) पुत्र हीरु लाल, देवेश्वरी देवी(45) पत्नी जितपाल पूजा(27) पुत्री जितपाल घायल हो गए। पुलिस के अनुसार, देवेश्वरी देवी की हालत गंभीर है। मृतकों के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। आगे पढ़ें मंथनः पीएल पुनिया को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बताये हार के कारणनेताओं व कार्यकर्ताओं में एक जुटता का अभावदेहरादून। लोकसभा चुनाव में एक बार फिर सभी पांचो सीटों पर कांग्रेस को क्यों करारी हार का मुंह देखना पड़ा? इसके कारण तलाशने और चुनावी नतीजोे की समीक्षा करने के लिए केंद्रीय ऑब्जर्वर के रूप में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पीएल पुनिया अपने तीन दिवसीय दौरे पर देहरादून आए हुए हैं, जहां उन्होंने आज पार्टी के तमाम पदाधिकारियों और नेताओं के साथ बातचीत की।
उन्होंने कहा कि पार्टी को उस तरह के नतीजों की कतई भी उम्मीद नहीं थी जिस तरह के नतीजे आए। हार के पीछे क्या अहम कारण रहे इसे जानना जरूरी है। जिससे भविष्य में उस तरह की खामियों को दूर किया जा सके। आज उनके द्वारा नैनीताल और अल्मोड़ा संसदीय सीटों की समीक्षा की गई।
इस दौरान पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं द्वारा उनके सामने खुलकर अपनी बात रखी गई। प्रदेश के नेताओं के आपसी मतभेद और कार्यकर्ताओं की एकजुटता के अभाव के अलावा पार्टी के बड़े नेताओं के असहयोग की शिकायतें भी इस दौरान सामने आई। कार्यकर्ताओं ने अपनी बात उनके सामने रखते हुए कहा कि हारे मन के साथ कोई भी सेना कोई मैदान नहीं जीत सकती है। पार्टी के बड़े नेताओं ने प्रचार में जिस तरह की उदासीनता दिखाई और वह कुछ खास क्षेत्रों तक ही सीमित रहे इसका असर भी चुनाव परिणामों पर पड़ा।
उल्लेखनीय है कि बड़े नेताओं ने टिकट बंटवारे से पहले ही चुनाव न लड़ने का ऐलान कर दिया था ऐसी स्थिति में पार्टी के पुराने या कमजोर प्रत्याशियों को चुनाव मैदान में उतारना पड़ा। अल्मोड़ा सीट पर भाजपा के अजय टम्टा के मुकाबले प्रदीप टम्टा को तथा नैनीताल सीट पर भाजपा के अजय भटृ के मुकाबले प्रकाश जोशी को चुनाव मैदान में उतरा गया था, जो चार और तीन लाख से अधिक के मतांतर से हार गए। अगर सही और जिताऊ प्रत्याशी मैदान में होते तो यह हार इतनी बड़ी हार नहीं हो सकती थी। पीएल पुनिया तीन दिवसीय दौरे पर यहां आए हैं तथा वह सभी सीटों पर हार की समीक्षा करेंगे। जिसके बाद क्या निष्कर्ष आता है पता चल सकेगा। इस अवसर पर यशपाल आर्य ने कहा कि हार की समीक्षा जरूरी है। लगातार हार के पीछे क्या कारण है सामने आने चाहिए।